क्या तुम्हे पता है ए गुलशन.........
क्या तुम्हे पता है ए गुलशन
मेरे दिलबर आने वाले हैं
कलिया ना बीचाना राहों में
हम दिल को बीचाने वाले हैं
क्या तुम्हे पता है ए गुलशन
मेरे दिलबर आने वाले हैं
कलिया ना बीचाना राहों में
हम दिल को बीचाने वाले हैं
क्या तुम्हे पता है ए गुलशन......... ¶¶¶
ये पेहली बार का मिलना भी
कितना पागल कर देता है...... ¶
ये पेहली बार का मिलना भी
कितना पागल कर देता है
कुच कुच होता है साँसों मैं
पर ना जानू क्यू होता है
हो. हो. हो. ........ हो . हो.......
बाहो मैं भर के वो हम को
मदहोश बनाने वाले हैं
कलिया ना बीचाना राहों में
हम दिल को बीचाने वाले हैं
क्या तुम्हे पता है ए गुलशन............ ¶¶¶
मासूम अदा अंदाज़ नया
फुलों से हसी वो चेहरा है
मासूम अदा अंदाज़ नया
फुलों से हसी वो चेहरा है
मेरे हयाल की वादी मैं
उसका ही सिर्फ़ बसेरा है
हो. हो. हो. ........ हो . हो.......
हम अपने प्यार की ये बारिश
उन पे बरसाने वाले हैं
कलीया ना बीचाना राहों मैं,
हम दिल को बीचाने वेल है
क्या तुम्हे पता है ए गुलशन
मेरे दिलबर आने वाले हैं
कलिया ना बीचाना राहों में
हम दिल को बीचाने वाले हैं
मेरे दिलबर आने वेल हैं
मेरे दिलबर आने वेल हैं........... ¶¶¶
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